इतिहास

यह नाम एक मशहूर अंग्रेजी अधिकारी (सर डेविड आँकटलानी), जिन्हें मुगल बादशाह शाह आलम-II ने “नासिर-उद्-दौला” के नाम से नवाजा था, पर आधारित है। यह शहर अपनी सैनिक जनसंख्या के लिए जाना जाता है। यहाँ हर साल अनेक सैनिकों तथा अधिकारियों की तैनाती की जाती है। यह ब्यावर के बाद राजपूताना में दूसरा ऐसा स्टेशन है, जहाँ 1860 में प्लेग की महामारी के दौरान मिशनरी कार्य शुरू हुआ था।